बभनवलिया सड़क समस्या आज ग्रामीणों की एक प्रमुख चिंता बन चुकी है। बभनवलिया गाँव के बच्चे और किशान इस कच्चे रास्ते के कारण काफी परेशान हैं, खासकर बरसात के दिनों में जब कीचड़ अपनी चरम सीमा पर होता है। प्राथमिक विद्यालय, जो कि मटकीपुर नहर पुल से महज डेढ़ किलोमीटर दूर है, तक पहुँचने में छात्रों को मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, यह सड़क दलित बस्ती को भी मुख्य नहर मार्ग से जोड़ती है, जिससे यात्रा करना सरल हो जाता। हालांकि, इस महत्वपूर्ण मार्ग का पक्कीकरण अब तक नहीं हुआ है, जिससे गांव के लोगों का जीवन और भी कठिन हो गया है।
बभनवलिया गाँव में सड़क निर्माण की आवश्यकता महसूस की जा रही है, जो ना केवल शिक्षा बल्कि विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। कच्चा रास्ता, जो कि बच्चों और किसानों के लिए बाधा बना हुआ है, बरसात में उनकी मुसीबतों को बढ़ा देता है। विद्यालय पहुँचने में दिक्कतों के कारण कई बच्चे स्कूल नहीं जा पाते। इसी प्रकार, दलित बस्ती के लोग भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं क्योंकि यह रास्ता उन्हें मुख्य नहर मार्ग से जोड़ता है। गांव के लोगों की मांग है कि इस सड़क का निर्माण किया जाए ताकि सभी गाँववासियों को सहूलियत मिल सके।
बभनवलिया की दुर्दशा
बभनवलिया गाँव के बच्चों और किसानों की हालात चिंताजनक हैं। मटकीपुर नहर पुल से केवल डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्राथमिक विद्यालय तक पहुँचने के लिए कच्चा रास्ता मौजूद है। इस कच्चे मार्ग के कारण बच्चों को स्कूल जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, विशेषकर बरसात के मौसम में। बच्चों को बार-बार कीचड़ में गिरने के कारण गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
गाँव के निवासी इस बात पर चिंता जताते हैं कि यह कच्चा रास्ता दलित बस्ती को भी मुख्य नहर से जोड़ता है, जिससे ग्रामीण तेजी से चौसा-बक्सर मार्ग तक पहुंच सकते हैं। लेकिन, इस सड़क की उपेक्षा वर्षों से जारी है और इसके पक्कीकरण का कार्य अभी तक नहीं हो पाया है। ग्रामीण श्रीनिवास उपाध्याय का कहना है कि यदि यह मार्ग बन जाए तो न केवल बच्चों को बल्कि सामुदायिक जीवन को भी सुविधा मिलेगी।
किसानों की समस्या
गाँव के किसान रामानुज उपाध्याय, शंकर यादव जैसे कई किसान कहते हैं कि कच्चे रास्ते के कारण उन्हें काफी दिक्कतें होती हैं। जब वे धान या गेहूं अपने पैक्स गोदाम तक पहुंचाते हैं, तो उन्हें 4 से 5 किलोमीटर की दूरी घूमकर जानी पड़ती है। इससे न केवल हासिल की गई फसल की कीमत में कमी आती है, बल्कि खेती के कार्य भी प्रभावित होते हैं।
किसान और दलित बस्ती के लोग यह मांग कर रहे हैं कि सरकार और जनप्रतिनिधियों से इस कच्चे मार्ग को पक्का किया जाए। गाँव के लोग मानते हैं कि यदि यह रास्ता सम्मानित होता है तो बच्चों और किसानों का जीवन सबल होगा। रविंद्र चौधरी, शैलेंद्र राय, दिलबहार नट जैसे समुदाय के अन्य लोग भी इस सुविधा की आवश्यकता पर जोर दे रहे हैं, ताकि उनके जीवन में सुधार हो सके।
बभनवलिया सड़क समस्या: कच्चा रास्ता और ग्रामीणों की कठिनाइयाँ
बभनवलिया गाँव के निवासियों को कच्चे रास्ते के कारण कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। हर साल बारिश के मौसम में बच्चे विद्यालय नहीं जा पाते हैं क्योंकि रास्ता कीचड़ से भरा होता है। इस स्थिति से न केवल बच्चों की शिक्षा प्रभावित होती है, बल्कि गांव के किसानों को भी अपने खेतों से पैक्स गोदाम तक सीधे पहुँचने में परेशानी होती है। कच्चा रास्ता केवल समस्या का एक पहलू है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि गाँव की अवसंरचना में विकास की कमी है।
इस सड़क के निर्माण न होने से दलित बस्ती के लोग भी परेशान हैं। उन्हें अपने दैनिक कार्यों के लिए न केवल अधिक समय लगाना पड़ता है, बल्कि इसके लिए उन्हें एक लंबा रास्ता भी तय करना पड़ता है। लोग स्थानीय पंचायत में काम करने के लिए भी तीन से चार किलोमीटर का सफर तय करते हैं। यदि बभनवलिया सड़क पार्किंग हो जाती है, तो न सिर्फ बच्चों के लिए बल्कि सभी किसानों और दलित बस्ती के लोगों के लिए इसका बड़ा सकारात्मक परिणाम मिलेगा।
बभनवलिया गाँव की शिक्षा व्यवस्था में बाधाएँ
बभनवलिया गाँव का प्राथमिक विद्यालय मटकीपुर नहर पुल से सिर्फ डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर है, लेकिन वहाँ पहुँचने के लिए कच्चा रास्ता होने के कारण बच्चों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। बरसात के दिनों में यह रास्ता बेहद कीचड़युक्त हो जाता है, जिससे छोटे बच्चों को स्कूल पहुंचने में कठिनाई होती है। स्कूल प्रशासन और स्थानीय सरकार को इस स्थिति के बारे में गंभीरता से सोचने की आवश्यकता है ताकि बच्चों की शिक्षा में कोई बाधा न आए।
यदि इस सड़क का निर्माण किया जाता है तो यह न केवल बच्चों के लिए बल्कि गांव के हर एक व्यक्ति के लिए फायदेमंद होगा। यह विद्यालय पहुँचने का एक सस्ता और सुलभ मार्ग देगा। इसके अलावा, गाँव के अन्य क्षेत्रों को भी मुख्य रास्तों से जोड़ने में सहायता मिलेगी, जिससे सामान्य जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा। सरकार और स्थानीय प्रतिनिधियों को बभनवलिया गाँव के स्कूल और ग्रामीणों की मदद के लिए सक्रियता से कार्य करना चाहिए।